भूमिका- दोस्तों, बेटियां उस कोमल फूल के समान होती हैं जिन्हें यदि पौधों पर रहते हुए पानी दिया जाए तो वह अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाती हैं पर इसके विपरीत यदि उन्हें तोड़ लिया जाए तो उनका विनाश तय है। हमारे समाज में लगातार बेटियों की स्थिति पहले के मुकाबले खराब होती जा रही है जिसके पीछे बहुत से कारण है जिन्हें आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao Essay 2022 ) विस्तार से चर्चा करेंगे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध ( Beti Bachao Beti Padhao par nibandh) आपको निबंध प्रतियोगिता में एवं परीक्षा में भी सहायक होंगे। अतः इसे अंत तक अवश्य पढ़ें।
क्या आपने इसे पढ़ा:- Beti Bachao Beti Padhao Speech in Hindi
बेटियों का महत्व (बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध)
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Beti Bachao Beti Padhao essay in hindi |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना क्या है?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को कब शुरू किया गया?
अंबाला, कुरुक्षेत्र, रिवारी, भिवानी, महेन्द्रगण, सोनीपत, झज्जर, रोहतक, करनाल, यमुना नगर, पानीपत और कैथाल।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज-
1-बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र।
2– माता-पिता या कानूनी अभिभावक के पहचान का सबूत।
बेटियों को क्या लाभ प्राप्त होगा-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में शामिल प्रमुख मंत्रालय-
“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना में भारत सरकार के तीन प्रमुख मंत्रालय शामिल है जो कि इस योजना का बेहतरीन तरीके से संचालन कर रहे हैं-
2-स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय।
3-मानव संसाधन विकास मंत्रालय।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की आवश्यकता क्यों पड़ी?
1- देश में लगातार लड़कियों की संख्या में गिरावट होना सीधे उस ओर इशारा करता है कि लोगों की मानसिकता लड़कियों के प्रति ठीक नहीं है।
3- आपने वह कहावत भी जरूर सुनी होगी-
“मर्द को दर्द नहीं होता”
अर्थात इस पुरुष प्रधान समाज का भी यही कहना है कि स्त्रियां कमजोर होती हैं और मर्द मजबूत होते हैं। लोगों की यह धारणा बिल्कुल गलत है।
5- प्रेग्नेंसी के समय अल्ट्रासाउंड के द्वारा लिंग परीक्षण करवाकर बच्चे के लिंग का पता करना। नवजात बच्ची के होने पर उसे गर्भ में ही मरवा देना। यह सब कृत्य अत्यंत ही मानवता को शर्मसार कर देने वाला है।
7- लड़कियों के जन्म होने पर उनका परित्याग करना या हत्या कर देना। घर में लगातार किसी ना किसी कारणों से उनका शोषण करना।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ उद्देश्य:-
1- बेटियों के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना एवं प्रचार प्रसार करना।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के प्रभाव–
“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना” के प्रभाव काफी लाभप्रद व सकारात्मक है। इस योजना के परिणामवश देश के कई क्षेत्रों में लिंगानुपात में सुधार हुआ है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को सफल बनाने के लिए किए गए प्रयास-
“बेटियां तो साक्षात देवी का रूप होती हैं”
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ Logo:-
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ Logo |
भारत की बहुचर्चित व सशक्त बेटियां-
1-शिवांगी सिंह-
2-कल्पना चावला-
3-निर्मला सीतारमण-
4-रोशनी नदार-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन (slogan)-
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शिक्षा है सबका अधिकार, बेटी भी है बराबर हकदार।
- लिंग परीक्षण करवाएंगे, तो अपना ही अस्तित्व गिराएंगे।
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बेटा पढ़े, बेटी पढ़े देश बढ़े, सर्वश्रेष्ठ बने।
- बेटियों को बचाएंगे, और भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाएंगे।
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मां लक्ष्मी का रूप है बेटी, सदैव सबके कष्ट है समेटी।
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बेटियों पर गर्व करो, ऐ हिंसक शर्म करो।
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बेटियां होती है नन्ही फूल, ऐ लोगों ये तुम मत जाना भूल।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ शायरी (Shayari)-
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कविता:-
ईश्वर की देन हूं मैं,मीरा पालन पोषण करो।।
एक दिन सर ऊंचा करूंगी,आपके नाम को रोशन करूंगी।।
थोड़ा सा प्रेम कर के तो देखो,समाज के सामने मुझे अपना कर तो देखो।।
खुद से ज्यादा आपका खयाल रखती हूं,फिर भी ना जाने क्यूं जीने को तरसती हूं।।
माता पिता में ही तो मेरा सब कुछ है,ना जाने किस वजह से आप रूष्ट है।।
शिक्षा के अधिकार के लिए हर बार तरसी हूं,इतना सब होने के बाद भी एक लफ्ज़ आपसे कुछ ना कहीं हूं।।
बेटी और बेटे को बराबर मानो,और अपनी पुरानी सोच को अब आजादी दो।।
कितनी भी कर लो आप भगवान की पूजा,अगर बेटी का दिल दुखाया तो तो व्यर्थ है सारी पूजा।।
नारायण स्वयं गीता में कहते स्त्री का करो सम्मान,पर लोग है ना समझ, समझ नहीं सकते गीता का ज्ञान।।
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निष्कर्ष:-